Friday 26 January 2018

नारियल तेल खाना बनाने के लिए अच्छा है, झूठ प्रचार को नज़रअंदाज़ करें - कैप्टन अजीत वाडकायिल


यह पोस्ट निम्न लिंक वाले पोस्ट का हिन्दी  अनुवाद है:-
http://ajitvadakayil.blogspot.in/2012/08/coconut-oil-is-good-for-cooking-ignore.html



नारियल तेल स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छा है , झूठ प्रचार को अनदेखा करें ,अल्जीमेर का इलाज - कैप्टन अजित वाडकायिल

मेरी अगला पोस्ट अग्निहोरा और घी के बारे में होगा . घी नारियल के तेल की तरह संतृप्त वसा(saturated fat) में उच्च है . तो मुझे चीजों को सीधा करने की ज़रूरत है . लौबी वाले बाजार पर शासन करते हैं . दोनों घी और नारियल तेल स्वास्थ्य के लिए अच्छे हैं।

(सॅचुरेटेड फ़ैट का अर्थ:-एक प्रकार का वसा(फॅट) जिसमें बिना डबल बॉन्ड वाले फैटी एसिड अणु(मॉलिक्यूल) ऊँची मात्रा में होते हैं ,जो खाने में असंतृप्त वसा(अनसॅचुरेटेड फॅट) से  हानिकारक माने जाते है।)



कुछ साल पहले तक,हम घर पे खाना पकाने के लिए घर में बने ताजे वर्जिन नारियल तेल का इस्तेमाल करते थे .केरल में लगभग सभी घर अपने यहाँ नारियल का उत्पादन करते हैं। हमें नारियल खरीदने की ज़रूरत नहीं पड़ती है .

मेरी मां हमारे खुद से तेल बनाया करती थीं . इसका मतलब है कि पके हुए नारियल को तोड़कर धूप में सूखने के लिए रखा जाता है . उसका मांस(कोप्रा) को छीलकर इसे  कुचलने वाले मिल में ले जाया जाता है जो की मेरे घर से 10 मिनट की  दूरी पर स्थित
था . ताज़े नारियल के तेल को कुचल दिया जाता है . ताज़े नारियल का तेल कुचलकर, फिल्टर होने के बाद , उसे वापस हमारे पास  भेज दिया जाता है ।
इस तेल में पका कोई भी खाना ग़ज़ब और स्वादिष्ट होता है . जब तेल का ऑक्सीकरण होता है(ऑक्सीजन और नमी के कारण) , तब एक अजीब गंध आती है और फिर हम कोई भी  खाना पकाने के लिए उस तेल का इस्तेमाल नहीं करते  .

पिछले 30 वर्षों से, पाम तेल, सनफ्लावर तेल, सोयाबीन तेल की लॉबी द्वारा बहुत बड़ा प्रचार किया गया है , जिसमें उन्होंने वैज्ञानिकों को रिश्वत देकर नारियल तेल को स्वास्थ्य के लिए  हानिकारक घोषित करवाया है . तब से केरल के नारियल उत्पादकों को नुकसान झेलना पड़ा है।
मंत्रियों को पाम तेल लॉबी द्वारा रिश्वत दी गई थी . उन्होंने रिश्वत के जरिए करोड़ों कमाए। डॉक्टर और हृदय के डॉक्टरों ने भी उनके साथ सहमती जताई कि नारियल तेल में बहुत अधिक संतृप्त वसायुक्त पदार्थ(saturated fat=92%) होता हैं  और इसलिए यह खराब  है - और वग़ैरह-वग़ैरह....

मुझे थोड़ी देर के लिए मुद्दे से हटना चाहिए .
कुछ दिनों पहले, मैं अपनी पत्नी के साथ सुपरमार्केट में गया . एक महिला ने खूब खर्चा करके कैनोला कुकिंग तेल खरीदा, जो की कनाडा में बना था .
मैंने उससे पूछा "तुम कैनोला तेल क्यों पसंद करती हो?"
उम्मीद के मुताबिक वो विकिपीडिया में लिखा बकवास बकने लगी --इसमें केवल 6% संतृप्त वसा(सॅचुरेटेड फ़ैट) है--वग़ैरह-वग़ैरह
    


तब मैंने उनसे कहा "यदि आप जल्दी मरना नहीं चाहती हैं तो मेरा एक सुझाव है कि आप इसे वापस रख दें क्योंकि इसमें मोनसेंटो जीएम बीज से निकाले गए तेल शामिल हो सकते हैं .खाना पकाने में यह तेल ओलिव, मकई, सनफ्लावर, सफोला आदि जैसे नामी तेलों की तरह, चूर्णित अणुओं से मुक्त कणों(free radicals) से अस्थिर हो जाता है और कॅन्सर बना सकता है-मैं वनस्पति तेलों पर एक विशेषज्ञ हूं! "
 


वह लाइन तोड़कर निकली और उसे वापस शेल्फ पर फेंक दिया . वह "वर्जिन" नारियल के तेल के एक डब्बे के साथ वापस आई--जो की अपरिष्कृत, अपरिवर्तित,प्राकृतिक औक्सीडेंट-विरोधक के उच्च स्तर अथवा सही समाप्ति तारीख के साथ आता है
 

मेरे वो पाठक जिन्हें यह सब बकवास लग रहा है वे गूगल में टाइप करें VEGETABLE OILS - VADAKAYIL. मेरे पास अनुभव और ज्ञान है और मैं इस ग्रह को सिखाने की स्थिति में हूं।

 


भारतीय खाना बहुत ऊँची  ताप(गर्मी) में बनाया जाता है . हम पश्चिमी व्यंजनों की तरह खाना नहीं तल्ते.
 

हाँ, यदि आप 'कम गर्मी कुकिंग' करते हैं,तो कैनोला तेल सभी तेलों में स्वस्थ माना जा सकता है .
वैसे, कैनोला के बीज को मूल रूप से रेप' सीड' कहा जाता था। कनाडा की महिलाओं ने विरोध किया और रेप सीड का नाम कैनोला सीड बन गया .

 


Canola info.org के द्वारा दी गयी एकतरफा जानकारी के अनुसार  कैनोला तेल में खाना पकाने से दिल की बीमारियाँ और अधिक मात्रा में 'खराब कोलेस्ट्रॉल' को रोका जा सकता है .
यह झूट प्रचार है:-कैनोला तेल में विटामिन ई, विटामिन के और ओमेगा -3 फैटी एसिड की उच्च मात्रा आम तौर पर स्वस्थ शरीर को बढ़ावा दे सकती हैं और "हो सकता है" की कैंसर भी रोक सके . कुछ लोग नारेयल तेल पसन्द करते हाँगे,लेकिन 'स्वास्थ्य जोखिम' बेहतर स्वाद से ज़्यादा फयदेमंद होता है -वग़ैरह-वग़ैरह .
 


कैनोला के एक कप में 1,927 कैलोरी होता है जबकि एक कप नारियल तेल में 1,879 कैलोरी होता है . नारियल तेल का इस्तेमाल गहरा तलने के लिए किया जा सकता है, क्योंकि यह एक स्थिर तेल है जो उच्च तापमान खाना पकाने का सामना कर सकता है।

याद रखो,फैटी(वसा) ऐसिड तीन प्रकार के होते हैं:
-लंबी श्रृंखला(यानि लौंग चेन) फैटी ऐसिड
 -मध्यम श्रृंखला(यानि मीडियम चेन) फैटी ऐसिड
 -छोटी श्रृंखला(यानि शॉर्ट चेन)  फैटी ऐसिड


नारियल तेल और घी शॉर्ट-चेन फैटी एसिड का एक स्रोत है . शॉर्ट चेन ऐसिड सेल झिल्ली को मजबूत करने और विकसित करने में सहायता करता है, जबकि लोंग चेन ऐसिड रक्त में क्लॉट और कैंसर के खतरे को बड़ाता हैं।
 

हमारा शरीर लौंग चेन की तुलना में मध्यम-श्रृंखला और शॉर्ट-चेन वसा की अलग तरह से चयापचय(metabolize) करता हैं .  मध्यम और शॉर्ट-चेन वाले फॅटी ऐसिड लम्बी-चेन फॅटी ऐसिड की तरह हृदय की समस्याओं से नहीं जुड़े हैं .
 


क्वांटम 'वर्जिन नारियल तेल' का सेवन करना आपको कैंसर, हृदय रोग,ऑटो-इम्मयूं बीमारियों से बचाने में मदद करता है, चाहे पकाया हो या न हो .

अब आप नीचे का चित्रा देखें .शायद इसे फिलीपींस में बनाया गया है,जहाणपर बहुत नारेयल हो ते हैं .इसे कम समझ वाले आदमी ने बनाया है



लंबे चेन फ़ैट शरीर में अधिक समय तक मौजूद रहते हैं .
मीडियम-चेन ट्राइग्लिसराइड्स , एमसीटी को जिगर द्वारा जल्दी से चयापचय किया जाता है ताकि वे शरीर में वसा के रूप में जमा होने की संभावना को कम कर सकें .



इसके अलावा,यह ओमेगा -6 फैटी एसिड में  कम होता है(2% से कम), जो की आराकिडॉनिक एसिड के गठन को कम करता है . आराकिडॉनिक एसिड (arachidonic acid) का अर्थ:-यह इनफ्लमेशन सहायक  यौगिक(कॅमपाउंड) है, जो की  संतृप्त(अनसॅचुरेटेड) फॅट के साथ एक संतुलित कार्य करता है।



एम. सी. टी. को मेटॅबोलाइज़ करके कीटोन बनाया जाता है जो की अल्ज़हिमर बीमारी को रोकता है . अगर आप बाकी भारत और दुनिया के साथ तुलना करें, तो केरल में अल्जाइमर के बहुत कम मामले होते हैं.



नारियल में कॅप्राइलिक एसिड(caprylic acid) भी होता है, जो एक प्रभावी और शक्तिशाली फंगस और बैक्टेरिया विरोधक है। हमारे पास एक सार्वभौमिक रामबाण के रूप में आयुर्वेदिक "एलानीर कुज्मबु" है . एलानीर का अर्थ है 'ताजा नारियल' . कुजहंबू का अर्थ है- औषधीय जड़ी बूटी वाला तेल  .

मोटापे का एक कारण लंबी चेन फैटी एसिड का 'बहुत अधिक सेवन करना' है . मध्यम-श्रृंखला फैटी एसिड एमसीटी मोटापे को कम करता है जिसके कारण मोटे व्यक्तियों में वजन घटता है और स्वस्थ लोगों का वज़न स्थिर रखता है .



ज़ाहिर है  अधिक मात्रा में कोई भी चीज़ खाना ग़लत है-अगर आप व्यायाम भी नही करते और सुवर(डुककर) की तरह खाते जाते हैं .
एक सुवर केवल तब ही उपयोगी होता है जब वो मर जाता है .
हमारे केरल राज्य में बाकी जगह के मुक़ाबले ह्रदय की सबसे कम समस्याएं होती हैं क्योंकि हम नारेयल के तेल का इस्तेमाल करते हैं .
 

केरल में लोग जब से नारियल तेल से 'ब्रांडेड हार्ट फ्रेंडेंट तेलों' का इस्तेमाल करने लगे हैं तबसे ही उन्हें दिल के दौरे पड़ने लगे हैं। कल्पना कीजिए, इन फैंसी तेलों में हम किसी भी केरल के केला चिप्स को तलने लगें . हर चिप में कैंसर के साथ-साथ मुक्त कण(free radical) पैदा हो जाएगा।
हाइड्रोजनीकृत(hydrogenated) नारियल की तेल खरीद न करें . तेल को अपने melting point  यानि गलनांक बिंदु को 24 डिग्री सेल्सियस से 38 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ाने के लिए हाइड्रोजनीकृत किया जाता है।

नारियल के तेल पर सभी स्वास्थ्य अध्ययन हाइड्रोजनीकृत तेलों पर किया गया है ताकि पश्चिम अपने कैनोला, सनफ्लावर और ओलिव तेलों का व्यापारिक लाभ उठा सकें।

वर्जिन नारियल तेल, जिसका रासायनिक उपचार नहीं किया जाता,यह स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है, क्योंकि इसमें मध्यम-श्रृंखला ट्राइग्लिसराइड्स होते हैं .

भारत ने जनवरी 2013 में 11,57,130 टन खाद्य तेल आयात किया,जो कि जनवरी 2012 में आयात की तुलना में 75% अधिक है .
 

इसके पीछे कौन है??




कैनोला, सनफ्लावर और सोयाबीन जैसे अधिकांश विदेशी तेल जीएम  बीजों से मिलते हैं, जो हमें स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं प्रदान करते हैं।
आपको  rancid नारियल  तेल का उपयोग नहीं करना चाहिए - यह बुरी  गंध देगा .

भारत इस ग्रह पर खाद्य तेल का सबसे बड़ा आयातक है। राजनेता और राजनैतिक पार्टियों को रिश्वत मिलना ही इसका एकमात्र कारण  है . इस काले धन को रोकना चाहिए और भ्रष्ट दोषियों को सज़ा देनी चाहिए .भारतीयों को खाना पकाने के लिए "वर्जिन" नारियल तेल का उपयोग करना शुरू करना चाहिए।


यह दिल और सामान्य स्वास्थ्य के लिए अच्छा है . अमेरीकी में अल्जाइमर में मरीजों को नारियल  तेल के कई चम्मच दैनिक,एक स्वास्थ्य टॉनिक के रूप में पीने पड़ते हैं .

नारियल तेल में निहित काप्रयलिक एसिड(caprylic acid) कैंडिडा खमीर(candida yeast) को नष्ट कर देता है।


भारत में,इसकी अंतर्निहित दैवीय भलाई के कारण, हिंदू  मंदिरों और पूजाओं में देवताओं को नारियल प्रदान करते हैं .
 



घर पे वर्जिन नारियल तेल बनाओ .

वर्जिन नारियल तेल क्रोंस रोग,फैटी जिगर की बीमारी, गुर्दा रोग, पार्किंसंस,प्रागार्तव,pre-menstrual syndrome, उच्च बीपी और कोलेस्ट्रॉल, अल्जाइमर जैसे आधुनिक रोगों को रोकने में मदद करता है,
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कॉमेंट:

मेघना, फ़रवरी 10, 2014 बजे 3:23 पी.एम.

हेलो सर,
बहुत धन्यवाद आपका इस आँख खोलने वेल पोस्ट के लिए,

मैं पुणे(महाराष्ट्र) में रहती हूँ . यहाँ हमें पैराशूट तेल मिलता है जो की बालों का तेल है. उसकी भयानक महेक होती है.क्य मैं उसका इस्तेमाल खाना पकाने में कर सकती हूँ क्या?क्या आप  पुणे में खाना पकाने के लिए प्रामाणिक नारियल के तेल पाने के लिए कोई स्रोत बता सकते हैं?अगर पुणे में नही तो मुंबई में?
शुक्रिया
मेघना

जवाब:

-कैप्टन अजीत वाडकायिल, 10 फरवरी, 2014 3:41 पी.एम.

किसी भी सूपरमार्केट में जाओ और खाने के तेल के खंड से वर्जिन नारेयल तेल उठाओ .

अगर सूपरमार्केट में ए.सी. का तापमान 22 डिग्री के नीचे है-तो तुम्हे तेल जमा हुआ सफेद दिखाई देना चाहिए.
पैराशूट तेल बालों के लिए होता है .
 

 
कैप्टन अजीत वाडकायिल
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कैप्टन अजीत वाडकायिल

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